बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने हर साल की तरह इस साल भी दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट जारी की है। इस सूची में भारत की चार महिलाओं ने जगह बनाई है। विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली इन महिलाओं ने अपने-अपने क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धियों के कारण इस प्रतिष्ठित सूची में जगह बनाई है। आइए जानते हैं किन भारतीय महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया है।
निर्मला सीतारमण (32वां स्थान):
- फोर्ब्स की ताकतवर महिलाओं की सूची में 32वें स्थान पर रहीं निर्मला सीतारमण भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं। 2019 से, वह भारत के वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के खाते को संभाल रहे हैं। वर्ष 2017-2019 के दौरान वह देश के रक्षा मंत्री रहे। इस प्रकार, पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के बाद, वह वित्त और रक्षा मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले दूसरे मंत्री बन गए हैं। साल 2022 में फोर्ब्स ने दुनिया की ताकतवर महिलाओं की सूची में निर्मला सीतारमण को 39वां स्थान दिया था, जबकि इस साल 32वां।
भारत के व्यापार जगत में अग्रणी स्थान रखने वाली 70 वर्षीय धनी महिला किरण मजूमदार शॉ को इस साल फोर्ब्स ने नामित किया है।
किरण मजूमदार-शॉ (76वां स्थान):
शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 76वें स्थान पर हैं। उन्होंने बेंगलुरु में बायोकॉन लिमिटेड और बायोकॉन बायोलॉजिक्स की स्थापना की और उनका नेतृत्व किया। वह भारतीय प्रबंधन संस्थान-बैंगलोर के अध्यक्ष रहे हैं। फोर्ब्स ने 2019 में दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में किरण मजूमदार शॉ को 68वां स्थान दिया। उन्हें कई अन्य प्रतिष्ठित सूचियों में भी शामिल किया गया है।
रोशनी नादेर मल्होत्रा (60वां स्थान):
42 साल की रोशनी नादेर मल्होत्रा भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे अमीर और अमीर महिलाओं में से एक हैं। वह एचसीएल टेक्नोलॉजीज के अध्यक्ष हैं। रोशनी, जिन्हें भारत में सूचीबद्ध आईटी कंपनी की पहली चेयरपर्सन के रूप में नामित किया गया था, एचसीएल के संस्थापक शिव नादर की एकमात्र संतान हैं। 2019 में फोर्ब्स की सबसे शक्तिशालीमें वह 66वें, 2019 में 54वें, 2020 में 55वें और 2033 में 60वें स्थान पर रहीं।
सोमा मंडल : (70वाँ स्थान) :
फोर्ब्स की शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 70वें स्थान पर रहीं सोमा मंडल, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) की वर्तमान अध्यक्ष हैं। वर्ष 2021 से यह जिम्मेदारी संभालते हुए वह सेल की पहली महिला चैप्टर अध्यक्ष बन गयी हैं। भुवनेश्वर में जन्मी सोमा ने 1984 में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में स्नातक किया। मेटल इंडस्ट्री में 35 साल का अनुभव रखने वाले सोमा मंडल ने अपने करियर की शुरुआत नेल्को से की थी। 2017 में SAIL में शामिल होने से पहले, वह नेल्को में निदेशक (वाणिज्यिक) के पद तक पहुंचे। SAIL के कार्यकारी निदेशक और अध्यक्ष बनने तक का उनका सफर उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस कॉर्पोरेट उपलब्धि के अलावा || सोमा सार्वजनिक उद्यमों के स्थायी सम्मेलन (स्कोप) के छठे अध्यक्ष भी हैं।
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